Espionage Stories: Operation Thunderbolt Full Story In Hindi -Part 2
सभी होस्टेजीस को एरपोर्ट के ओल्ड टर्मिनल बिल्डिंग में रखा जाता है और उनके ऊपर आतंकवादी 24 घंटे नजर रखते है.इस बिल्डिंग के बाहर यूगांडा के 60 सोल्जर्स आतंकवादियो को सुरक्षा भी प्रदान कर रहे है.इस बीलडिंग में आतंकीवादी जेऊ के साथ कुछ इसा करते है जिससे इस्राएल के भरे जख्म फिरसे हरे हो जाते है हर इस्राएली का खून खोल उठता है.आतंकवादी इस्राएल के नागरिको को बाकी होस्टेजिस से अलग कर देते ह ओर जो इस्राईली नही थे उनको छोड़ दिया जाता है.ठीक ऐसा ही वर्ल्ड वॉर 2 के दौरान नजीओ ने ज्यु के साथ किया था.जो की जेयू के इतिहास का सबसे कला समय मन जाता है.
इस क्राइसिस से निपट ने के लिए इस्राएल के प्रधानमंत्री एक खास कमिटी का गठन कर देते है.29 जून 1976 को इस कमिटी की पहेली मिटिंग होती है जहा होस्टेज रेस्क्यू के लिए प्रधानमंत्री के सामने के बहोत सारे आइडिया रखे जाते है.कोई एयर स्ट्राइक का आईडिया देता है कोई सर्जिकल स्ट्राइक का आईडिया देता है एक आईडिया ऐसा भी आता है क्यो न मोरिसीएस में ईदी अमीन को किडनेप कर लिया जाए और अपने होस्टेजिस को छुड़वा लिया जाए.
लेकिन सबसे मजेदार आईडिया आता है इस्राएल एयर फोर्स कमांडर की तरफ से, वो कहते है क्यो ना हम अपने इलिट्स ट्रुप्स के जरिये यूगांडा के ऊपर एयर स्ट्राइक कर दे और यूगांडा के ऊपर जीत हासिल कर ले और अपने होस्टेजिस को छुड़ा ले.और इस काम के लिए वो 14 बड़े विमान का उपयोग करने की सलाह भी देते है.लेकिन मीटिंग में मौजूद तमाम लोगो को ये आईडिया एक अव्वल दरजे का पागलपन लगता है सिवाय इस्राएल के डिफेंस मिनिस्टर के.उनके अनुसार इस आइडियल में जान भी थी और रियलिस्टिक भी था और इस्राएल के लिए यूगांडा के ऊपर कब्जा करना कोई बड़ी बात भी नही थी.
लेकिंन फिर भी इस्राएल के प्रधानमंत्री और बाकी लोग इस आईडिया को सिरे से खारिज कर देते है.
2 जुलाई 1976 आतंकवादियो की दी हुई डेडलाइन के ठीक दो दिन पहले ये डिसाइड किया जाता है की इस्राएल का एक बाद प्लेन एंटाबे एयरपोर्ट के ऊपर लेंड करेगा इस से ऐसा दिखाने की कोसिस की जाएगी की ईदी अमीन मोरिसीएस से वापस आ गए है.लेकिन उस प्लेन के अंदर इस्राएल डिफेंस फोर्स के कमांडोज़ छुपे होंगे.अब सवाल ये उठता है की वो कहा होंगे और कैसे प्लेन के बाहर निकलेंगे ? तो इसके लिए ठीक ऐसी ही मर्सिडीज़ कार का इंतजाम किया जाता है जिस तरह की कार में ईदी अमीन चला करता था.ईदी अमीन के कार के आगे पीछे जो लैंडरोवर कार चला करती थी उसका भी इंतजाम किया जाता है.
ईदी अमीन काले रंग की मर्सिडीज़ में चलता था लेकिन इस्राएल को ठीक वैसे प्रकार की मर्सिडीज़ नही मिल पाती लेकिन सफेद ईंग की मर्सिडीज़ मिल जाती है.तुरंत उसके ऊपर काले रंग का पेण्ट करवाया जाता है.अब सवाल के उठता है की उस कार के अंदर ईदी अमीन जैसा दिखनेवाला कोई आदमी भी बिठाना पड़ेगा.इसी लिए सैराट मटकल के एक कमांडो को चुना जाता है जिसकी कद काठी बिल्कुल ईदी अमीन जैसी होती है.उसके मुह के ऊपर कला रंग किया जाता है और उसको मर्सिडीज़ के अंदर बिठाया जाता है.
इस ऑपरेशन को पहले नाम दिया जाता है "Operation Thunderboll" लेकिन बाद में इसका नाम "Operation Thunderbolt" रख दिया जाता है.
उधर यूगांडा का पड़ोसी देश Kinya भी इस्राएल को अपना एयरपोर्ट इस्तमाल करने की अनुमति दे देता है.