Operation Thunderbolt Story Explained In Hindi #2 - Espionage Stories
2 जुलाई 1976 आतंकवादियो के द्वारा दी गयी डेडलाइन के ठीक दो दिन पहले ये निर्णय लिया जाता है की इस्राएल का एक हवाई जहाज एंटाबे एयरपोर्ट के ऊपर लेंड करेगा इसके जरिये ऐसा दिखाने की कोसिस की जाएगी की ईदी अमीन मोरिसीएस से वापस आ गए है.लेकिन उस हवाई जहाज के अंदर इस्राएल डिफेंस फोर्स कमांडोज़ छुपे होंगे.अब सवाल ये उठता है की कमांडोज़ कैसे हवाई जहाज से बाहर निकलेंगे ? तो इसके लिए ठीक ऐसी ही मर्सिडीज़ कार का इंतजाम किया जाता है जिस तरह की कार में ईदी अमीन चला करता था.ईदी अमीन के कार के आगे पीछे जो लैंडरोवर कार चला करती थी उसका भी इंतजाम किया जाता है.
ईदी अमीन काले रंग की मर्सिडीज़ में चलता था लेकिन इस्राएल को ठीक वैसे प्रकार की मर्सिडीज़ नही मिल पाती लेकिन सफेद कलर की मर्सिडीज़ मिल जाती है.तुरंत उसके ऊपर काले रंग करवाया जाता है.उस कार के अंदर ईदी अमीन जैसा दिखनेवाला कोई आदमी भी बिठाया जाता है.इसके लिए सैराट मटकल के एक कमांडो को चुना जाता है जिसकी कद काठी बिल्कुल ईदी अमीन जैसी होती है.उसके मुह के ऊपर कला रंग किया जाता ताकि वो यदि अमीन जैसा दिखे है और उसको मर्सिडीज़ के अंदर बिठाया जाता है.
इस ऑपरेशन को पहले नाम दिया जाता है "Operation Thunderboll" लेकिन बाद में इसका नाम "Operation Thunderbolt" रख दिया जाता है.यूगांडा का पड़ोसी देश Kinya भी इस्राएल को अपना एयरपोर्ट इस्तमाल करने की अनुमति दे देता है.
3 जुलाई 1976 को दोपहर 3:30 बजे इस्राएल के दो बोइंग हवाई जहाज यूगांडा के एंटाबे एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरते है.एक हवाई जहाज के अंदर मेडिकल सेंटर स्थापित किया जाता है जब की दूसरे प्लेन के अंदर Command Center बनाया जाता है.
रात के 12 बजे,दो बड़े बड़े हवाई जहाज यूगांडा के एयरस्पेस में दाखिल होते है.यह दोनो हवाई जहाज बहोत ही कम उचाई पर उड़ रहे होते है औए एंटाबे एयरपोर्ट की तरफ आगे बढ़ रहे होते है.कुछ देर बाद दोनो में से एक हवाई जहाज एंटाबे एयरपोर्ट के रनवे पर लैंड करता है.जब ये हवाई जहाज लैंड करता है तो उसमे से इस्राएल के सोल्जर्स निकलते है और एयरपोर्ट के चारो तरफ अपनी अपनी पोजीशन ले लेते है.फिर प्लेन के पीछे का दरवाजा खुल जाता है और उसमे से एक काले कलर की मर्सिडीज़ ओर दो लैंडरोवर निकलती है.तीनो Cars ओल्ड टर्मिनल की ओर चलना शरू कर देती है जहा होस्टेजिस को रखा गया था.
मर्सिडीज़ में ईदी अमीन के बॉडी डबल के साथ साथ सैराट मटकल के Yonatan Netanyahu जो बेंजामिन नेतन्याहू के बड़े भी थे ओर उनके साथ साथ के ओर कमांडोज़ भी छुपे हुए है.अभी ये Cars ओल्ड टर्मिनल से करीब 100 मीटर दूर होती है तभी यूगांडा आर्मी के 2 सोल्जर्स इस गाड़ी के सामने आ कर खड़े हो जाते है.उनमे से एक सोल्जर तो तुरंत वापस चला जाता है लेकिन दूसरा सोल्जर अपनी बंदूक इस कार के सामने तान देता है.जब ये सोल्जर अपनी बंदूक कार के ऊपर से नही हटाता तो इस्राएल के एक कमांडो कार के अंदर से ही उस पर गोली चला देते है जिस पर साइलेंसर लगा हुआ था.वो तीन गोलिया चलाते है ओर तीनो गोली इस यूगांडा के सोल्जर को लगती है.
मर्सिडीज़ और बाकी दोनो लैंडरोवर ओल्ड टर्मिनल से 50 मीटर दूर आकर रुक जाती है.सब कमांडोज़ बिजली की रफ्तार से बाहर की ओर निकलते है ओर बिल्डिंग की ओर भागना शरू कर देते है.ये कमांडोज़ बिल्डिंग के दरवाजे को तोड़ कर Main Hall दाखिल होते है.वो देखते है की सभी होस्टेजिस जमीन पर लेटे हुए है ज्यादातर होस्टेजिस सो रहे है.इस्राएल के कमांडोज़ चार में से तीन आतंकवादियो को तो रिएक्ट करने से पहले ही मार देते है लेकिन एक आतंकीवादी कुछ देर की गोलीबारी के बाद मारा जाता है.इस गोलीबारी के दौरान इस्राएली कमांडोज़ सभी होस्टेजिस को जमीन पर ही लेटे रहने को कहते है लेकिन फिर भी गोलीबारी में तीन होस्टेजिस मारे जाते है और सिक्स होस्टेजिस घायल हो जाते है.
इस गोलीबारी से आतंकवादियो को सुरक्षा देनेवाले यूगांडा के सैनिक बहोत बुरी तरह डर जाते है ओर अपनी पोजीसन छोड़कर भाग खड़े होते है.इस दौरान यूगांडा के 12 सोल्जर्स भी मारे जाते है.इतने में कोई एंटाबे एयरपोर्ट की बिजली काट देता है.तभी इस्राईली सोल्जर्स अपने साथ लाई हुई बड़ी बड़ी टोर्च रनवे के ऊपर सेट करके ओर उनको ऑन कर दिया जाता है.जैसे ही टॉर्च ऑन होती है तुरंत ही इस्राएल के और दो बड़े बड़े हवाई जहाज वहा पर लेंड करते है जिसमे से दूसरे इस्राईली सोल्जर्स बाहर निकलते है.
सभी होस्टेजिस को इस प्लेन की ओर ले जाना शरू कर दिया जाता है.11 बजकर 32 मिनिट पर इस्राएल के तेल-अबीब एयरपोर्ट पर रेडियो पर एक कोडवर्ड सुनाई देता है जिसको सुन ने के लिए सब के कान तरस रहे थे.ये कोडवर्ड था "जेफरसन".जिस का मतलब था की ऐवेक्यूएसन प्रोसेस शरू हो चका है.कुछ देर बाद रेडीयो पर एक मेसेज सुनाई देता है "मूव एवरीथिंग टू गलीला".इस का मतलब था सभी होस्टेजिस प्लेन के अंदर बेठ चुके है.कुछ देर बाद एक आखरी मेसेज भी रेडियो पर सुनाई देता है "माउंट कारमिल".जिसका मतलब था ऐवेक्यूएसन प्रोसेस खत्म हो चुका है ओर हम वापस आने केलिए निकल चुके है.ये सुनने के बाद इस्राएल के डिफेंस मिनिस्टर प्रधानमंत्री को गले लगा लेते है.ये दोनो आदमी एक दूसरे को बिल्कुल पसंद नही करते थे लेकिन आज सब कुछ भूल जाते है.
4 जुलाई 1976 को होस्टेजिस के साथ सभी प्लेन इस्राएल में लैंड करता है.जहा हजारो लोग उनका इंतजार करते है.इस हाइजैकिंग का मास्टर माइंड वादी हदाद बग़दाद में जा कर चुप जाता है यह सोचकर की वो वह मोसाद से बच जाएगा लेकिन दो साल बाद 1978 में वादी हदाद की तबियत अचानक से बिगड़ जाती है.उसको ईस्ट जर्मनी के के हॉस्पिटल ले जाया जाता है जहा पता चलता है की उसके पेट में एक घातक प्रकार का जहर है.मार्च 1978 में उसकी मोत हो जाती है.
इसी समय यूगांडा में भी तख्तापलट होता है ओर ईदी अमीन अपनी जान बचने के लिए पहले लीबिया ओर फिर बाद वहा से सऊदी अरेबिया में शरण लेता है जहा 2003 में उसकी मोत हो जाती है.